कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में हुए डॉक्टर रेप-मर्डर केस में इंसाफ की मांग कर रहे आंदोलनकारी डॉक्टरों का प्रदर्शन लगातार जारी है. मंगलवार को भी शहर के एस्प्लेनेड इलाके में डॉक्टरों ने रानी रश्मोनी रोड से अपना 'द्रोहर कार्निवल' (विरोध का कार्निवल) शुरू किया. यह कदम कलकत्ता हाई कोर्ट के द्वारा रेड रोड पर दुर्गा पूजा कार्निवल के पास के इलाकों में निषेधाज्ञा को हटाने के बाद उठाया गया.
इस रैली में सभी क्षेत्रों के लोगों ने हिस्सा लिया, जो इस केस में पीड़िता के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं. प्रदर्शनकारी डॉक्टर देबाशीष हलदर ने कहा, "यह आम लोगों की प्रतिक्रिया है, जो पश्चिम बंगाल सरकार के असंवेदनशील रवैये के खिलाफ विरोध करना चाहते हैं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इस बात की कोई चिंता नहीं है कि युवा डॉक्टर आमरण अनशन पर हैं. 5 अक्टूबर से 6 जूनियर डॉक्टरों का आमरण अनशन जारी है.''
इस दौरान प्रतिभागियों ने "हमें न्याय चाहिए, हम न्याय की मांग करते हैं" जैसे नारे लगाए और "अभया के लिए न्याय" जैसे गीत गाए, जबकि अन्य लोग जूनियर डॉक्टरों की मांगों वाले पोस्टर लेकर उनके साथ मार्च कर रहे थे. डॉक्टरों के संयुक्त मंच ने आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए 'ड्रोहर कार्निवल' का आयोजन किया. यह कार्यक्रम रेड रोड से सटे रानी रश्मोनी रोड पर हुआ है.
प्रदर्शनकारियों ने CBI दफ्तर तक निकाला विरोध मार्च
इससे पहले बीते शनिवार को भी डॉक्टरों, वकीलों सहित सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने साल्ट लेक के सीजीओ कॉम्प्लेक्स में सीबीआई कार्यालय तक मार्च निकाला. इस जघन्य कांड की निष्पक्ष और त्वरित न्याय की मांग की थी. प्रदर्शनकारियों ने सीबीआई पर आश्चर्य भी व्यक्त किया, क्योंकि उसकी चार्जशीट व्यावहारिक रूप से कोलकाता पुलिस की जांच के निष्कर्षों की पुष्टि करती है, जिसमें संजय रॉय को एकमात्र अपराधी बताया गया.
एक प्रदर्शनकारी ने कहा था, "हमें आश्चर्य है कि सीबीआई अपनी चार्जशीट में कोलकाता पुलिस की जांच का समर्थन कैसे कर सकती है. हमारे विचार से इसमें पारदर्शिता का अभाव है और इस क्रूरता के पीछे जो अन्य लोग हैं, उनका पर्दाफाश किया जाना चाहिए." पुलिस ने सीजीओ कॉम्प्लेक्स में सीबीआई कार्यालय के पास आने वाली सड़कों पर बैरिकेड्स लगा दिए थे. प्रदर्शनकारियों के ज्ञापन सौंपने के लिए सीबीआई कार्यालय में जाने की अनुमति दी गई.
सीबीआई ने चार्जशीट में संजय रॉय को बताया आरोपी
बताते चलें कि इस केस की जांच कर रही सीबीआई ने चार्जशीट फाइल कर दी है. इस चार्जशीट की एक्सक्लूसिव डिटेल आजतक को पता चली है, जिसमें कहा गया है कि सिविक वालंटियर संजय रॉय ने ही इस वारदात को अंजाम दिया है. पीड़िता की डेड बॉडी से लिए गए सीमन के सैंपल को जांच के लिए सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लैबरोटरी भेजा गया था. इसमें पता चला है कि सीमन संजय रॉय का ही है, जो कि इस वक्त सीबीआई की गिरफ्त में है.
सीबीआई ने दावा किया कि सीएफएसएल रिपोर्ट से पुष्टि हो गई है कि सीमन संजय रॉय का है. चार्जशीट के अनुसार, कई भौतिक साक्ष्य, परिस्थितिजन्य साक्ष्य, फोरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर साबित होता है कि इस वारदात को संजय रॉय ने ही अंजाम दिया है. इस घटना के 24 घंटे के भीतर ही कोलकाता पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था. इस चार्जशीट में कहा गया है कि 9 अगस्त को क्राइम सीन से मिले छोटे बाल को जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा गया था.
कोलकाता पुलिस ने 58 दिन पहले ही बताया था सच
रिपोर्ट में ये बाल संजय रॉय के बताए गए हैं. इस तरह से देखा जाए तो जो बात कोलकाता पुलिस ने करीब सवा दो महीने पहले कही थी, ठीक वही बात पूरे 58 दिनों बाद अब सीबीआई कह रही है. आरजे कर अस्पताल की ट्रेनी जूनियर डॉक्टर के साथ 9 अगस्त की सुबह जो कुछ हुआ उसकी जो कहानी अगले ही दिन यानी 10 अगस्त को कोलकाता पुलिस ने सुना दी थी, ठीक वही कहानी 58 दिन बाद अब सीबीआई सुना रही है. लगभग 100 गवाहों, 12 पॉलीग्राफ टेस्ट, सीसीटीवी कैमरों, फॉरेंसिक रिपोर्ट, मोबाइल की कॉल डिटेल और लोकेशन, ईयरफोन और आरोपी के बयान के बाद चार्जशीट फाइल की गई है.
+91 120 4319808|9470846577
स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.